2025 का बजट सीनियर सिटीजन के लिए कई राहत और फायदे लेकर आया है। भारत सरकार ने इस साल के बजट में बुजुर्गों की वित्तीय सुरक्षा और जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं। इनमें टैक्स छूट, स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार, और बचत योजनाओं में बदलाव शामिल हैं। इन उपायों से न केवल वरिष्ठ नागरिकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए अधिक सुरक्षित महसूस करने का मौका मिलेगा।
आइए जानते हैं कि 2025 में सीनियर सिटीजन को कौन-कौन से फायदे मिलेंगे और ये उनके जीवन को कैसे प्रभावित करेंगे।
2025 में सीनियर सिटीजन को मिलने वाले 6 बड़े फायदे
सरकार ने इस साल वरिष्ठ नागरिकों के लिए कई नई योजनाएं और सुविधाएं पेश की हैं। इनमें प्रमुख लाभ नीचे दिए गए हैं:
1. आयकर छूट सीमा में वृद्धि
2025 के बजट में सीनियर सिटीजन के लिए आयकर छूट सीमा को बढ़ाकर ₹12 लाख कर दिया गया है। यह नई कर व्यवस्था के तहत लागू होगा। इससे वरिष्ठ नागरिकों को टैक्स बचाने का बड़ा मौका मिलेगा और उनकी बचत बढ़ेगी।
2. ब्याज आय पर TDS सीमा दोगुनी
फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) और अन्य बचत योजनाओं पर ब्याज आय पर TDS (Tax Deducted at Source) की सीमा ₹50,000 से बढ़ाकर ₹1 लाख कर दी गई है। इससे वरिष्ठ नागरिकों को अधिक ब्याज आय पर टैक्स नहीं देना पड़ेगा, जो उनके नकदी प्रवाह (cash flow) को बेहतर बनाएगा।
3. राष्ट्रीय बचत योजना (NSS) पर टैक्स छूट
अब NSS खातों से निकासी पर टैक्स नहीं लगेगा, बशर्ते यह निकासी 29 अगस्त 2024 के बाद की गई हो। यह कदम उन बुजुर्गों के लिए राहत लेकर आया है जो अपनी बचत का उपयोग बिना किसी अतिरिक्त कर बोझ के करना चाहते हैं।
4. स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर GST में कमी
स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर GST दर को घटाकर 18% से कम करने का प्रस्ताव किया गया है। इससे वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी लेना अधिक किफायती होगा।
5. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) में बदलाव
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) में निवेश की अधिकतम सीमा ₹15 लाख से बढ़ाकर ₹30 लाख कर दी गई है। साथ ही, इसकी ब्याज दर 8.2% प्रति वर्ष रखी गई है, जो इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाती है।
6. किराए पर TDS सीमा में वृद्धि
किराए पर TDS की वार्षिक सीमा ₹2.4 लाख से बढ़ाकर ₹6 लाख कर दी गई है। यह उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए फायदेमंद होगा जो अपने रिटायरमेंट के बाद किराए की आय पर निर्भर रहते हैं।
योजनाओं का संक्षिप्त विवरण
नीचे दी गई तालिका में इन योजनाओं का एक त्वरित अवलोकन प्रस्तुत किया गया है:
योजना/लाभ | विवरण |
आयकर छूट सीमा | ₹12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं |
ब्याज आय पर TDS सीमा | ₹50,000 से बढ़ाकर ₹1 लाख |
NSS निकासी पर टैक्स छूट | 29 अगस्त 2024 के बाद निकासी पर कोई टैक्स नहीं |
SCSS निवेश सीमा | अधिकतम ₹30 लाख तक निवेश |
SCSS ब्याज दर | 8.2% प्रति वर्ष |
किराए पर TDS सीमा | ₹2.4 लाख से बढ़ाकर ₹6 लाख |
स्वास्थ्य बीमा GST दर | प्रीमियम पर GST दर घटाई जा सकती है |
इन लाभों का असर
आर्थिक सुरक्षा
इन बदलावों से वरिष्ठ नागरिकों की आर्थिक सुरक्षा मजबूत होगी। टैक्स छूट और TDS सीमा बढ़ने से उनकी नकदी प्रवाह बेहतर होगा और वे अपनी जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकेंगे।
स्वास्थ्य सुविधाएं
स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर GST दर घटने से बुजुर्ग अपनी स्वास्थ्य देखभाल की लागत को कम कर पाएंगे। इसके अलावा, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की दवाओं पर कम टैक्स लगने से भी राहत मिलेगी।
निवेश के बेहतर विकल्प
SCSS जैसी योजनाओं में निवेश सीमा बढ़ने और ब्याज दर आकर्षक होने से बुजुर्ग अपनी बचत को सुरक्षित तरीके से निवेश कर सकेंगे।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
SCSS खाता खोलने की प्रक्रिया
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) खाता अब ऑनलाइन भी खोला जा सकता है। इसके लिए पोस्ट ऑफिस या बैंक जाने की आवश्यकता नहीं होगी। यह प्रक्रिया सरल और समय बचाने वाली है।
जॉइंट अकाउंट सुविधा
SCSS में पति-पत्नी संयुक्त खाता खोल सकते हैं, जिससे वे कुल मिलाकर ₹60 लाख तक निवेश कर सकते हैं।
निष्कर्ष
2025 का बजट वरिष्ठ नागरिकों के लिए कई राहतें लेकर आया है। इन उपायों से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी, बल्कि उन्हें भविष्य की अनिश्चितताओं का सामना करने में भी मदद मिलेगी।
यदि आप एक वरिष्ठ नागरिक हैं या आपके परिवार में कोई बुजुर्ग है, तो इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए सही जानकारी प्राप्त करें और अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।
Disclaimer:
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। किसी भी निवेश या योजना का लाभ उठाने से पहले संबंधित सरकारी नियमों और शर्तों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।