Fake-Ghee-Identification: दिवाली का त्योहार आते ही घरों में मिठाइयों और पकवानों की तैयारी शुरू हो जाती है। इस दौरान घी की मांग बहुत बढ़ जाती है। लेकिन इसी समय बाजार में नकली घी की बिक्री भी तेज हो जाती है। खासकर अमूल जैसे बड़े ब्रांड के नाम पर नकली घी बेचा जाता है। इससे न सिर्फ लोगों की सेहत को नुकसान पहुंचता है, बल्कि त्योहार का मजा भी किरकिरा हो जाता है।
इस समस्या को देखते हुए अमूल कंपनी ने खुद अपने असली घी की पहचान के तरीके बताए हैं। कंपनी ने लोगों को सावधान किया है कि वे सिर्फ असली अमूल घी ही खरीदें। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे आप असली अमूल घी की पहचान कर सकते हैं और नकली घी से बच सकते हैं।
अमूल घी की पहचान
अमूल ने अपने घी की पैकेजिंग में बदलाव किया है ताकि लोग आसानी से असली और नकली घी में फर्क कर सकें। कंपनी ने बताया है कि वह अब 1 लीटर के रिफिल पैक में घी नहीं बेचती है। इसकी जगह अब डुप्लीकेशन प्रूफ कार्टन पैक में घी बेचा जा रहा है।
अमूल घी की मुख्य जानकारी
विवरण | जानकारी |
ब्रांड | अमूल |
उत्पाद | घी |
पैकेजिंग | डुप्लीकेशन प्रूफ कार्टन पैक |
पुरानी पैकेजिंग | 1 लीटर रिफिल पैक (बंद) |
गुणवत्ता | ISO प्रमाणित डेयरी में बना |
टोल फ्री नंबर | 1800 258 3333 |
रंग | गोल्डन पीला |
गंध | नट्टी, सुगंधित |
असली अमूल घी की पहचान के तरीके
- पैकेजिंग देखें: सबसे पहले पैकेजिंग को ध्यान से देखें। अमूल अब सिर्फ डुप्लीकेशन प्रूफ कार्टन पैक में ही घी बेचता है। अगर आपको 1 लीटर का रिफिल पैक मिलता है तो वह नकली है।
- कंपनी लोगो चेक करें: पैकेजिंग पर अमूल का असली लोगो होना चाहिए। नकली पैक पर लोगो में थोड़ा अंतर हो सकता है।
- बैच नंबर और एक्सपायरी डेट देखें: हर पैक पर बैच नंबर और एक्सपायरी डेट साफ लिखा होना चाहिए। अगर यह जानकारी गायब है या धुंधली है तो सावधान हो जाएं।
- रंग और गंध चेक करें: असली अमूल घी का रंग गोल्डन पीला होता है। इसकी गंध नट्टी और सुगंधित होती है। अगर रंग या गंध अलग लगे तो संदेह करें।
- पानी में टेस्ट करें: थोड़ा सा घी ठंडे पानी में डालें। असली घी पानी में नहीं घुलेगा और ऊपर तैरता रहेगा। अगर घी पानी में घुल जाए तो वह नकली हो सकता है।
- गर्म करके देखें: थोड़ा सा घी गर्म करें। असली घी जल्दी पिघलेगा और ब्राउन रंग का हो जाएगा। नकली घी देर से पिघलेगा और पीला रहेगा।
- टोल फ्री नंबर पर पूछें: अगर कोई शक हो तो अमूल के टोल फ्री नंबर 1800 258 3333 पर कॉल करके पूछ सकते हैं।
नकली घी से बचने के उपाय
नकली घी न सिर्फ आपके स्वाद को खराब करता है, बल्कि सेहत के लिए भी हानिकारक हो सकता है। इसलिए नकली घी से बचना बहुत जरूरी है। यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं जिनसे आप नकली घी से बच सकते हैं:
- सिर्फ भरोसेमंद दुकानों से खरीदें: अमूल घी सिर्फ अधिकृत डीलरों और बड़े सुपरमार्केट से ही खरीदें। छोटी या अनजान दुकानों से न खरीदें।
- कीमत पर ध्यान दें: अगर कहीं बहुत सस्ते में अमूल घी मिल रहा है तो सावधान हो जाएं। नकली घी अक्सर कम कीमत पर बेचा जाता है।
- पैकेजिंग की जांच करें: खरीदते समय पैकेजिंग को अच्छे से चेक करें। अगर पैकेजिंग फटी हुई या खराब है तो न खरीदें।
- बिल जरूर लें: हमेशा बिल लेकर रखें। इससे अगर कोई समस्या हो तो शिकायत करने में आसानी होगी।
- ऑनलाइन खरीदारी में सावधानी बरतें: ऑनलाइन खरीदते समय सिर्फ अधिकृत विक्रेताओं से ही खरीदें। रिव्यू जरूर पढ़ें।
- शक होने पर वापस करें: अगर घी खरीदने के बाद कोई शक हो तो तुरंत वापस कर दें या बदल लें।
नकली घी की पहचान के घरेलू तरीके
अगर आपके पास अमूल घी है और आप उसकी शुद्धता की जांच करना चाहते हैं, तो यहां कुछ घरेलू तरीके दिए गए हैं:
- आयोडीन टेस्ट: थोड़े से घी में 2-3 बूंद आयोडीन डालें। अगर रंग बैंगनी हो जाए तो घी नकली है। शुद्ध घी का रंग नहीं बदलेगा।
- चीनी टेस्ट: घी में थोड़ी सी चीनी मिलाएं और अच्छे से हिलाएं। कुछ देर बाद अगर रंग लाल हो जाए तो घी में मिलावट है।
- हथेली टेस्ट: थोड़ा सा घी हथेली पर रखें। अगर वह जल्दी पिघल जाए तो शुद्ध है। अगर देर से पिघले या चिपचिपा हो तो नकली हो सकता है।
- फ्रिज टेस्ट: घी को फ्रिज में रखें। शुद्ध घी कड़ा हो जाएगा जबकि नकली घी नरम रहेगा।
- जलाने का टेस्ट: थोड़ा सा घी जलाएं। शुद्ध घी बिना धुएं के जलेगा जबकि नकली घी से धुआं निकलेगा।
अमूल का नकली घी रोकने के प्रयास
अमूल कंपनी नकली घी की बिक्री रोकने के लिए कई कदम उठा रही है। कंपनी ने अपनी पैकेजिंग को पूरी तरह बदल दिया है ताकि नकली घी बनाने वालों को मुश्किल हो। नई पैकेजिंग में कई सुरक्षा फीचर हैं जिन्हें कॉपी करना मुश्किल है।
कंपनी ने लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान भी चलाया है। सोशल मीडिया और अखबारों में विज्ञापन देकर लोगों को नकली घी से बचने के तरीके बताए जा रहे हैं। अमूल ने एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है जहां लोग नकली घी की शिकायत कर सकते हैं।
नकली घी के नुकसान
नकली घी खाने से सेहत को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। यहां कुछ प्रमुख नुकसान बताए गए हैं:
- पाचन समस्याएं: नकली घी खाने से पेट में दर्द, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- लिवर को नुकसान: इसमें मिलाए जाने वाले केमिकल लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- हृदय रोग का खतरा: नकली घी में ट्रांस फैट होता है जो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाता है।
- कैंसर का खतरा: कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार नकली घी में कैंसर पैदा करने वाले तत्व हो सकते हैं।
- एलर्जी: नकली घी से एलर्जी की समस्या हो सकती है।
- पोषण की कमी: नकली घी में वे पोषक तत्व नहीं होते जो असली घी में होते हैं।
Disclaimer: यह लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी सामान्य है और हर व्यक्ति पर लागू नहीं हो सकती। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी सलाह के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। नकली घी की पहचान के लिए अधिकृत लैब टेस्ट ही सबसे भरोसेमंद तरीका है।