बोर्ड परीक्षा 2025 में होंगे 3 बड़े बदलाव, 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए जरूरी अपडेट! Board Exam 2025 Update

बोर्ड परीक्षा का समय छात्रों और उनके परिवारों के लिए हमेशा से ही खासा महत्वपूर्ण रहा है। 2025 की सीबीएसई (CBSE) बोर्ड परीक्षा में कुछ बड़े बदलाव किए गए हैं, जो छात्रों की तैयारी और परीक्षा प्रक्रिया को प्रभावित करेंगे। ये बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप हैं और छात्रों के कौशल विकास पर जोर देते हैं। इस लेख में हम इन बदलावों को विस्तार से समझेंगे ताकि छात्र और अभिभावक बेहतर तरीके से तैयार हो सकें।

बोर्ड परीक्षा 2025: मुख्य बदलाव

सीबीएसई बोर्ड ने 2025 की परीक्षाओं के लिए तीन महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। ये बदलाव न केवल छात्रों के सीखने के अनुभव को बेहतर बनाएंगे, बल्कि शिक्षा प्रणाली को अधिक समग्र और आधुनिक बनाने का प्रयास भी करेंगे।

बदलावों का सारांश (Overview Table)

बदलाव का नामविवरण
योग्यता आधारित प्रश्नछात्रों की वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने की क्षमता पर जोर।
आंतरिक मूल्यांकन में वृद्धिकुल अंकों का 40% आंतरिक मूल्यांकन पर आधारित होगा।
न्यूनतम उपस्थिति अनिवार्यपरीक्षा में बैठने के लिए 75% उपस्थिति आवश्यक।
छोटे-लंबे उत्तर वाले प्रश्नों में कमीरटने की प्रवृत्ति घटाने और विश्लेषणात्मक सोच पर जोर देने के लिए।
सुरक्षा उपायसभी परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरे अनिवार्य।

1. योग्यता आधारित प्रश्न (Competency-Based Questions)

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2025 की बोर्ड परीक्षाओं में योग्यता आधारित प्रश्नों का हिस्सा बढ़ा दिया गया है। इन प्रश्नों का उद्देश्य छात्रों के सैद्धांतिक ज्ञान को वास्तविक जीवन में लागू करने की क्षमता का परीक्षण करना है। यह कदम NEP 2020 के अनुरूप है, जो अनुभवात्मक और अनुप्रयोग-आधारित शिक्षा पर जोर देता है।

  • उदाहरण: यदि कोई विज्ञान का सवाल है, तो वह छात्रों से पूछेगा कि वे उस सिद्धांत को किसी व्यावहारिक समस्या में कैसे लागू करेंगे।
  • इससे छात्रों को रटने की बजाय समझने और सोचने की आदत विकसित होगी।

2. आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment)

इस साल आंतरिक मूल्यांकन का योगदान कुल अंकों का 40% होगा, जबकि शेष 60% अंक अंतिम बोर्ड परीक्षा पर आधारित होंगे।

  • आंतरिक मूल्यांकन में निम्नलिखित शामिल होंगे:
    • प्रोजेक्ट वर्क
    • आवधिक परीक्षण
    • असाइनमेंट
  • यह बदलाव छात्रों के पूरे साल के प्रदर्शन का समग्र मूल्यांकन सुनिश्चित करता है।

3. न्यूनतम उपस्थिति अनिवार्य (Mandatory Attendance)

परीक्षा में बैठने के लिए अब छात्रों को कम से कम 75% उपस्थिति बनाए रखनी होगी। हालांकि, मेडिकल आपात स्थिति या खेल आयोजनों में भागीदारी जैसे वैध कारणों पर छूट दी जाएगी, बशर्ते उचित दस्तावेज प्रस्तुत किए जाएं।

4. छोटे और लंबे उत्तर वाले प्रश्नों में कमी

छोटे और लंबे उत्तर वाले प्रश्नों की संख्या घटाकर अब ऐसे सवाल जोड़े गए हैं जो छात्रों की विश्लेषणात्मक और आलोचनात्मक सोच कौशल को मापते हैं।

  • इस बदलाव का उद्देश्य:
    • रटने की प्रवृत्ति कम करना।
    • विषयों को गहराई से समझने पर जोर देना।

5. सुरक्षा उपाय (Security Measures)

सुरक्षा बढ़ाने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरे लगाना अनिवार्य किया गया है।

  • जिन स्कूलों में यह सुविधा नहीं होगी, वे परीक्षा केंद्र नहीं बन पाएंगे।
  • यह कदम परीक्षा की सत्यनिष्ठा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

छात्रों के लिए सुझाव (Tips for Students)

बोर्ड परीक्षा की तैयारी करते समय इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित सुझाव अपनाएं:

  • योग्यता आधारित प्रश्नों के लिए:
    • अवधारणाओं को गहराई से समझें।
    • व्यावहारिक समस्याओं पर काम करें।
  • आंतरिक मूल्यांकन:
    • प्रोजेक्ट वर्क और असाइनमेंट समय पर पूरा करें।
    • आवधिक परीक्षणों में अच्छा प्रदर्शन करें।
  • उपस्थिति:
    • नियमित रूप से स्कूल जाएं और अनुपस्थित रहने से बचें।
  • सुरक्षा उपाय:
    • अपने एडमिट कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेज समय पर तैयार रखें।

CBSE मार्किंग स्कीम (Marking Scheme)

सीबीएसई ने पासिंग क्राइटेरिया में कोई बदलाव नहीं किया है।

ग्रेडअंक प्रतिशत (%)ग्रेड पॉइंट
A191%-100%10.0
A281%-90%9.0
B171%-80%8.0
B261%-70%7.0
C151%-60%6.0
C241%-50%5.0
D33%-40%4.0
E1<33%फेल

छात्रों को हर विषय में कम से कम 33% अंक प्राप्त करने होंगे।

बोर्ड परीक्षा तिथियां (Exam Dates)

  • कक्षा 10वीं: 15 फरवरी से शुरू होकर 18 मार्च तक।
  • कक्षा 12वीं: 15 फरवरी से शुरू होकर 4 अप्रैल तक।

44 लाख से अधिक छात्र इस साल परीक्षा देंगे, जो इसे एक बड़ी जिम्मेदारी बनाता है।

निष्कर्ष

2025 की बोर्ड परीक्षाओं में हुए ये बदलाव छात्रों के समग्र विकास और शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। योग्यता आधारित प्रश्न, आंतरिक मूल्यांकन, और सुरक्षा उपाय जैसे सुधार छात्रों को न केवल बेहतर प्रदर्शन करने बल्कि जीवन कौशल विकसित करने में भी मदद करेंगे।

Disclaimer:

यह लेख सीबीएसई द्वारा घोषित आधिकारिक जानकारी पर आधारित है। छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी करते समय इन बदलावों को ध्यान में रखें ताकि वे बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकें।

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