Good news for general coach passengers: भारतीय रेलवे ने हाल ही में जनरल कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी घोषणा की है। रेलवे ने कई लंबी दूरी की ट्रेनों में जनरल कोचों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है। यह कदम यात्रियों की बढ़ती मांग और भीड़भाड़ की समस्या को देखते हुए उठाया गया है।
इस नई पहल के तहत, रेलवे ने 46 लंबी दूरी की ट्रेनों में 92 नए जनरल कोच जोड़े हैं। इसके अलावा, 22 और ट्रेनों में भी जल्द ही अतिरिक्त जनरल कोच जोड़े जाएंगे। यह कदम यात्रियों को अधिक सुविधा प्रदान करने और ट्रेनों में भीड़भाड़ को कम करने के लिए उठाया गया है।
रेलवे की नई पहल का अवलोकन
विवरण | जानकारी |
कुल जोड़े गए नए जनरल कोच | 92 |
लाभान्वित ट्रेनों की संख्या | 46 |
अगले चरण में लाभान्वित होने वाली ट्रेनें | 22 |
पिछले 5 वर्षों में जोड़े गए कुल जनरल कोच | 6,511 |
वित्त वर्ष 2024-25 में बनने वाले नए नॉन-एसी कोच | लगभग 10,000 |
जनरल कोच में प्रतिदिन यात्रा कर सकने वाले अतिरिक्त यात्री | लगभग 3 लाख |
मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल और स्लीपर कोच का अनुपात | 12 (22 कोच वाली ट्रेन में) |
जनरल कोच बढ़ाने का कारण
रेलवे ने यह फैसला यात्रियों की बढ़ती संख्या और जनरल कोच में होने वाली भीड़भाड़ को देखते हुए लिया है। आमतौर पर, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या 2 से 4 के बीच होती है, जबकि इन कोचों में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या हजारों में होती है।
जनरल कोच में अक्सर गेट तक यात्री भरे होते हैं, जिससे स्टेशन पर ट्रेन रुकने पर नए यात्रियों को प्रवेश करने में कठिनाई होती है। इस समस्या के कारण कई बार यात्री आरक्षित कोचों में प्रवेश कर जाते हैं, जो नियमों के विरुद्ध है।
लाभान्वित ट्रेनें
रेलवे ने जिन ट्रेनों में नए जनरल कोच जोड़े हैं, उनमें कुछ प्रमुख ट्रेनें शामिल हैं:
- गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस
- गुवाहाटी-बाड़मेर एक्सप्रेस
- गुवाहाटी-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस
- गुवाहाटी-जम्मू तवी एक्सप्रेस
- मुंबई-बेंगलुरु उदयन एक्सप्रेस
- मुंबई-अमरावती सुपरफास्ट एक्सप्रेस
- बांद्रा-भुज कच्छ सुपरफास्ट एक्सप्रेस
- भावनगर-बांद्रा टर्मिनस सुपरफास्ट एक्सप्रेस
- सौराष्ट्र जनता एक्सप्रेस
- सेवाग्राम एक्सप्रेस
रेलवे की भविष्य की योजनाएं
रेलवे ने आने वाले समय में और अधिक जनरल कोच जोड़ने की योजना बनाई है। वित्त वर्ष 2024-25 में लगभग 10,000 नए नॉन-एसी कोच बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें जनरल क्लास और स्लीपर क्लास के कोच शामिल होंगे।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए उत्पादन योजना:
- 2,605 जनरल कोच (अमृत भारत जनरल कोच सहित)
- 1,470 नॉन-एसी स्लीपर कोच (अमृत भारत स्लीपर कोच सहित)
- 323 एसएलआर कोच (अमृत भारत एसएलआर कोच सहित)
- 32 उच्च क्षमता पार्सल वैन
- 55 पैंट्री कार
वित्त वर्ष 2025-26 के लिए उत्पादन लक्ष्य:
- 2,710 जनरल कोच (अमृत भारत जनरल कोच सहित)
- 1,910 नॉन-एसी स्लीपर कोच (अमृत भारत स्लीपर कोच सहित)
- 514 एसएलआर कोच (अमृत भारत एसएलआर कोच सहित)
- 200 उच्च क्षमता पार्सल वैन
- 110 पैंट्री कार
अमृत भारत सेवाएं
रेलवे ने हाल ही में अमृत भारत सेवाओं की शुरुआत की है, जो आधुनिक तकनीक से लैस हैं। इन ट्रेनों में कई उन्नत सुविधाएं हैं, जैसे:
- झटका मुक्त यात्रा के लिए सेमी-परमानेंट कपलर
- क्षैतिज स्लाइडिंग विंडो
- फोल्डेबल स्नैक टेबल और बोतल होल्डर
- मोबाइल होल्डर
वर्तमान में, 4 अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाएं चल रही हैं:
- दरभंगा-आनंद विहार (टी) एक्सप्रेस
- मालदा टाउन – एसएमवीटी बेंगलुरु एक्सप्रेस
यात्रियों को लाभ
इस नई पहल से यात्रियों को कई लाभ होंगे:
- भीड़भाड़ में कमी: अतिरिक्त कोच जुड़ने से यात्रियों को बैठने की जगह मिलेगी और भीड़भाड़ कम होगी।
- सुरक्षित यात्रा: जनरल कोच में भीड़ कम होने से यात्रा अधिक सुरक्षित होगी।
- आरक्षित कोच पर दबाव कम: जनरल कोच में जगह बढ़ने से आरक्षित कोच में अनधिकृत यात्रियों की संख्या कम होगी।
- अधिक यात्री कर सकेंगे सफर: प्रतिदिन लगभग 3 लाख अतिरिक्त यात्री सफर कर सकेंगे।
- किफायती यात्रा: जनरल कोच में यात्रा करना आम यात्रियों के लिए किफायती विकल्प है।
रेलवे की अन्य पहलें
जनरल कोच बढ़ाने के अलावा, रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई अन्य पहलें भी शुरू की हैं:
- वंदे भारत ट्रेनें: अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ये ट्रेनें तेज गति से चलती हैं।
- कवच प्रणाली: यह तकनीक ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करती है।
- स्टेशनों का आधुनिकीकरण: कई स्टेशनों को नया रूप दिया जा रहा है और सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं।
- डिजिटल टिकटिंग: ऑनलाइन टिकट बुकिंग और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- स्वच्छता अभियान: ट्रेनों और स्टेशनों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
डिस्क्लेमर
यह लेख भारतीय रेलवे द्वारा जारी की गई जानकारी और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। हालांकि रेलवे ने जनरल कोच बढ़ाने की घोषणा की है, लेकिन यह प्रक्रिया धीरे-धीरे लागू की जा रही है। सभी ट्रेनों में तुरंत अतिरिक्त कोच नहीं जोड़े जाएंगे। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा से पहले संबंधित ट्रेन की वर्तमान स्थिति की जांच कर लें।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जबकि यह कदम यात्रियों के लिए राहत की बात है, लेकिन भीड़भाड़ की समस्या को पूरी तरह से हल करने में समय लगेगा। यात्रियों को अभी भी यात्रा के दौरान सतर्क रहने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की आवश्यकता है।
रेलवे की इस पहल का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है, लेकिन इसका पूरा लाभ तभी मिलेगा जब यात्री भी अपनी जिम्मेदारियों का पालन करेंगे और रेलवे के नियमों का सम्मान करेंगे। आशा है कि यह कदम भारतीय रेल यात्रा को और अधिक सुखद और सुविधाजनक बनाने में मदद करेगा।